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About Breast and Breast Care in Hindi | स्तन के बारे में

स्तन के बारे में (About Breast)

  • विवरण
  • समस्या
  • देखभाल
  • टिप्स
Common Cold

स्तन मुख्यतः दूध का उत्पादन करने वाली ग्रन्थियों से मिलकर बने होते हैं जो एक नली द्वारा निप्पल से जुड़े होते हैं। यह ग्रन्थियाँ चारों ओर से चर्बीदार ऊतकों से घिरी होती हैं।

स्तन कई आकार व माप के हो सकते हैं। निप्पल के आकार व रंग में भी काफ़ी अंतर हो सकता है।

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स्तन से जुड़ी समस्यायें (Breast related Common Problems and Diseases)

महिलाओं में स्तन से जुड़ी समस्याओं में मुख्यत: स्तन में गांठ (Breast Lumps), स्तन कैंसर (Breast Cancer), स्तनों में दर्द (Breast Pain or Tenderness), निप्पल डिस्चार्ज (Nipple Discharge or Inversion) और स्तन की त्वचा में बदलाव (Changes in Skin of Breast) शामिल हैं।

स्तन में गांठ और कैंसर (Breast Lumps and Cancer)

तीस वर्ष से कम उम्र की महिलाओं में स्तन में गांठ की समस्या आमतौर पर मासिक धर्म के पूर्व होती है जो कि पीरियड पूरा के बाद स्वत: ही हट जाती है। इस उम्र की महिलाओं में हार्मोन बदलाव के कारण स्तन में गांठ की समस्या होती है।

स्तन में गांठ की समस्या को आमतौर पर हाथ से छूकर पता लगाया जाता है। हालांकि, इसका पता लगाने के लिए टेस्ट (जैसे - अल्ट्रासाउंड) कराना उपयुक्त होता है। ज्यादातर 20 से 50 वर्ष की महिलाओं में कैंसर का कारण नहीं होते फिर भी इनकी समय रहते जांच आवश्यक है।

स्तन में गांठ ही स्तन कैंसर का कारण बनते हैं। हालांकि सभी तरह की गांठें स्तन कैंसर का कारण नहीं बनती हैं। स्तन में गांठ को ट्यूमर भी कहा जाता है जो कि दो तरह के होते हैं - बिनाइन और मैलिग्नेट। बिनाइन ट्यूमर कैंसरजनक नहीं होते जबकि मैलिग्नेट ट्यूमर कैंसरकारी होते हैं।

स्तनों में दर्द (Breast Pain or Tenderness)

आमतौर पर स्तनों में दर्द की समस्या मासिक धर्म को नियंत्रित करने वाले हार्मोंनो के कारण होती है। हार्मोन में बदलाव के कारण मासिक धर्म के पूर्व स्तन में दर्द की समस्या हो सकती है जो कि पीरियड खत्म होते ही समाप्त भी हो जाती है।

कुछेक मामलों में स्तन में दर्द की समस्या स्तन के आस-पास की मांसपेशियों में खिचांव, त्वचा में चोट, रीढ़ की हड्डी की समस्याओं या किसी अन्य अंग में समस्या (जैसे - हृदय जलन, छाती में दर्द) के कारण भी हो सकती है।

निप्पल डिस्चार्ज (Nipple Discharge or Inversion)

निप्पल डिस्चार्ज की समस्या प्रेगनेंसी के बाद के एक साल के दौरान हो सकती है। साथ ही, यह समस्या हाइपोथायराइड से पीड़ित महिलाओं में देखने को मिलती है। इस समस्या के दौरान दोनो या एक स्तन से पीला, हरा या भूरा रंग द्रव निकलता है।

निप्पल डिस्चार्ज का पता अल्ट्रसाउंड के जरिए लगाया जाता है।

स्तन की त्वचा में बदलाव (Changes in Skin of Breast)

स्तन की त्वचा में बदलाव की समस्या स्तनों पर या उसके आस-पास खुजली, सूजन, लाल धब्बे, पपड़ी जमना, आदि के रूप में देखने को मिलती है। यदि ये लक्षण कुछ दिनों में ठीक नहीं होते तो डॉक्टर से परामर्श आवश्यक है।

स्तन से जुड़े रोग

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स्‍तनों के लिए आवश्यक पोषण (Nutrients for Breasts)

प्रोटीन 

सोयाबीन, दूध, अंडे, लीन फैट, पीनट बटर और चिकेन में भरपूर मात्रा में प्रोटीन होती है, जो स्‍तनों के विकास में मदद करता है। 

साइटोएस्‍ट्रोजन

जीरे में, फलों में, नट्स में साइटोएस्‍ट्रोजन होता है जो स्‍तनों के विकास में मदद करता है। नट्स जैसे- काजू, पिस्‍ता, बादाम आदि और फल जैसे- पीच, स्‍ट्रॉबेरी और रसभरी का सेवन करने से स्‍तन काफी सुडौल हो जाते हैं। 

आयरन

चुकंदर, हरी पत्‍तेदार सब्जियों में आयरन भरपूर मात्रा में होता है, जिससे स्‍तनों का विकास बेहतर होता है।

एस्‍ट्रोजन

चिक पीस्‍स, गाजर,  दूध और दही के सेवन से आपके स्‍तनों के आकार पर काफी फर्क पड़ सकता है। इसमें एस्‍ट्रोजन की उचित मात्रा होती है जो स्‍तनों के आकार में वृद्धि कर देती है।

स्‍तनों की देखभाल (Breast Care)

सही नाप की ब्रा पहनें 

यह बहुत जरूरी है कि आप सही नाप की ब्रा पहनें जिससे कि स्तन सही शेप में रहें। ब्रा का चुनाव करते समय ध्यान रखें कि आपके स्तन उछले नहीं और बाहर की तरफ नहीं निकलें। यदि आपको अपने ब्रा के आकार के बारे में जानकारी नहीं है, तो किसी से सलाह लें ताकि आकार का ठीक नाप हो सके। 

मसाज

अपने स्तनों को सुडौल बनाए रखने के लिए रोजाना 10 मिनट तक ऊपर से नीचे और नीचे से ऊपर की और मसाज करें। इससे ऊतकों में रक्त का सही संचार होगा और लचकता बनी रहेगी। इसके लिए आप ग्वारपाठे का जैल, बादाम का तेल या अन्य वनस्पति तेल इस्तेमाल कर सकते है।

वजन स्थिर रखें

नियमित व्यायाम और संतुलित आहार से वजन को स्थिर बनाए रखें। वजन के कम या ज्यादा होने से ऊतकों में खिंचाव हो जाता है। यह स्तनों के लचीलेपन को प्रभावित करता है। 

जल का सेवन

आपके शरीर को हाइड्रेटेड रखने के लिए पर्याप्त पानी और अन्य तरल पदार्थ पीये।

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स्‍तनों की देखभाल के लिए टिप्स (Tips for Breast)

  • कुछ शोधों से यह प्रमाणित हुआ है कि ब्रेस्ट कैंसर से बचने में हरी सब्जियां, पीले और संतरी रंग के फल अत्यधिक उपयोगी सिद्ध होते हैं। इनके साथ संभव हो तो सफेद अखरोट का शरबत ले। यह सभी चीजें एंटीऑक्सीडेंट बीटाकेरोटीन युक्त होती है जो ब्रेस्ट कैंसर के रोकथाम में सहायक होती है।
  • खान-पान का विशेष ध्यान रखें तथा सही नाप की ब्रा का इस्तेमाल करें।
  • नियमित रूप से ब्रेस्ट की जांच करे तथा किसी भी तरह की आशंका होने पर उसे नजरअंदाज ना करें।
  • ब्रेस्ट कैंसर से बचने के लिए धूम्रपान न करें।
  • बाहर निकलते समय सन्सक्रीम का इस्तेमाल जरूर करें।

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